जैन धर्मोस्तु मंगलम् का भव्य कार्यक्रम हुआ आयोजित 

साध्वीश्री अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नीलमजी सेठिया की अध्यक्षता में दिल्ली तेरापंथ महिला मंडल द्वारा शाह ऑडिटोरियम में जैन धर्मोस्तु मंगलम् का कार्यक्रम आयोजित हुआ। साध्वीश्रीजी द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कन्या मंडल व तेमम की बहनों द्वारा आचार्य तुलसी शिक्षा […]

जैन धर्मोस्तु मंगलम् का भव्य कार्यक्रम हुआ आयोजित 
जैन धर्मोस्तु मंगलम् का भव्य कार्यक्रम हुआ आयोजित 

साध्वीश्री अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नीलमजी सेठिया की अध्यक्षता में दिल्ली तेरापंथ महिला मंडल द्वारा शाह ऑडिटोरियम में जैन धर्मोस्तु मंगलम् का कार्यक्रम आयोजित हुआ।

साध्वीश्रीजी द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कन्या मंडल व तेमम की बहनों द्वारा आचार्य तुलसी शिक्षा परियोजना गीत का सामूहिक संगान किया गया।

साध्वीश्री अणिमाश्रीजी ने भगवान महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए कहा अहिंसा संयम व तपोमय धर्म उत्कृष्ट मंगल है।जैन धर्म अहिंसा संयम व तप का पर्यायवाची है इसलिए हमारा जैन धर्म मंगलकारी है। आपने यह भी फरमाया हमारे संस्कार धूमिल होते जा रहे हैं इसके लिए जरूरत है हम जैनत्व को समझें।शादी विवाह में बढ़ते आडंबर, प्रदर्शन और नशे की प्रवृत्ति पर रोक लगाने हेतु आह्वान किया एवं उपस्थित भाई बहनों को नशा न करने का संकल्प करवाया।
साध्वीश्री सुधा प्रभाजी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम  तत्वज्ञान को समझे,जाने ओर वीतरागता की ओर कदम बढ़ाए।
सभी साध्वीश्रीजी द्वारा जैन धर्मोस्तु मंगलम् पर स्वरचित गीतिका का सामूहिक संगान किया गया।

अभातेममं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नीलम जी सेठिया ने जैन धर्मोस्तु मंगलम् A scientific approach of Jainism पर प्रकाश डालते हुए कहा प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी विषय विशेष में दक्षता हासिल करनी चाहिए।
अभातेममं चीफ ट्रस्टी श्रीमती पुष्पाजी बैंगानी ने कर्म की अवधारणा एवं जीवन व्यवहार को विस्तृत रूप से बताया।
चीफ गेस्ट विधानसभा अध्यक्ष श्रीमान रामनिवास जी गोयल ने कार्यक्रम में पधार कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।आपने मंडल के कार्यों की सराहना की।

मुख्य वक्ता उज्जैन से डॉ वीरबालाजी छाजेड़ ने जैन दर्शन के दर्पण में स्वयं को कैसे पहचाने विषय पर बहुत ही सुंदर ढंग से प्रकाश डाला। आपका परिचय श्रीमती सरोज सिपानी ने दिया।

महामंत्री श्रीमती मधुजी देराससिया ने जैन धर्म की वैज्ञानिकता के संदर्भ में विचार व्यक्त किए।

दिल्ली की क्षेत्रीय प्रभारी श्रीमती मंजूजी भूतोड़िया ने बताया कैसे क्यों जुड़े और जोड़ें तत्वज्ञान तेरापंथ दर्शन पाठ्यक्रम से।

सुश्री प्रियांशी हिरण ने आज की यंग जनरेशन को किस तरह से जैन धर्म से जुड़ाव हो पर प्रकाश डाला। इनका परिचय सुश्री अंकिता हीरावत द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम में अभातेममं से दिल्ली प्रभारी बिमलाजी दुगड़(ट्रस्टी),सायरजी बैंगानी,नीतूजी पटावरी,सुमनजी नाहटा,अर्चनाजी भंडारी,दिल्ली प्रभारी मंजूजी भुतोड़या,सुनीताजी जैन,कुसुमजी बैंगानी,शिल्पाजी बैद, सोनिका जी बैंगानी,दिल्ली तेरापंथ महिला मंडल के परामर्शक,संरक्षक, कोषट्रस्टी, पूर्वाध्यक्ष,पदाधिकारी गण संयोजकाएं,दिल्ली सभा महामंत्री प्रमोदजी घोडावत एवं अनेक सभा संस्था से पधारे पदाधिकारी गण की गरिमामय उपस्थिति रही।
कुल 400 बहनों-भाइयों की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के प्रायोजक रहे।
श्रीमती सुशीलाजी,श्रीमान कन्हैयालालजी पटावरी
श्रीमती उषाजी,श्रीमान जीतमलजी चोरड़िया
श्रीमती कनकजी,श्रीमान मन्नालालजी बैद
श्रीमती कमलाजी,श्रीमान फतेहचंदजी भंसाली

कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती सरोज सिपानी(उपाध्यक्ष)एवं श्रीमती मंजू बांठिया(क्षेत्रीय संयोजिका पूर्वी दिल्ली)के अथक श्रम से कार्यक्रम सफल रहा।

कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती सुनीताजी जैन द्वारा एवं आभार ज्ञापन मंत्री श्रीमती यशा बोथरा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में भोजन की व्यवस्था थी।

मंत्री यशा बोथरा
जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल,दिल्ली